shweta soni

Add To collaction

कंजूस सेठ

एक नगर में रहता था सेठ , नाम था उसका धन्ना सेठ 

बड़ा कजूंस और मक्खी चूस , मगर उसे थी खाने की भूख ।‌ 

जब भी दिखता उसे पकवान , आ जाते हरकत में उसकी ज़बान । 
जीभ फेरता मुंह में और  बनती दिमाग में योजना 
कैसे खाया जाये पकवान , बिना नकद और बिना दाम !

सोचते-सोचते उसने सोची एक तरकीब , लिए पहन कहीं से किसी की पुरानी सी कमीज ।‌

चला घूमते और झूमते , लहराते मस्त मगन ।
आज जो उसे मिलने वाले थे , बिना खर्च के भोजन । 

गया वहां जहां भंडारा था लगा , धक्का मुक्की करके 
बैठा जाकर तन के ।‌
खुशी तो थी मन में बहुत कि , मिलेंगे  खाने को आज पकवान ।
मगर फुटी किस्मत उसकी कि , उसी समय खत्म हो गये थे सारे पकवान । 

*******
एक बच्ची को उसके स्कूल में सुनाने के लिए लिखी थी ।‌‌ 10 मिनट में , सोचा यहां पोस्ट कर दूं ।‌‌पढ़कर समीक्षा जरूर करें 😊  

   14
7 Comments

Muskan khan

06-Aug-2022 09:43 PM

फिर बच्ची स्कूल गई की पकवान खाने

Reply

Sachin dev

06-Aug-2022 09:13 PM

Very nice 👍

Reply

Seema Priyadarshini sahay

06-Aug-2022 08:53 PM

Nice 👌

Reply